सर्वत्र टेक्नोलॉजीज ने ग्रामीण भारत में प्रदान की घरों पर कैश डिलीवरी की सुविधा
देहरादून। कोविड-19 कारण लागू लॉकडाउन के दौरान सर्वत्र टेक्नोलॉजीज के बहुउपयोगी पीएस साॅल्यूशन पूरे देश में, विशेषकर ग्रामीण भारत में निर्बाध बैंकिंग को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हंै। सर्वत्र 600 से अधिक बैंकों के लिए विभिन्न भुगतान प्लेटफार्मों पर नकदी निकासी, नकदजमा, धनहस्तांतरण, आदि जैसे निर्बाध सेवाओं को सुनिश्चित करने का दायित्व पूरी तरह से निभा रहा है। इनमें छोटे सहकारी बैंकों से लेकर एससीबी और डीसीसीबी तक शामिल हैं, जो 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं। इनमें आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाबनेशनल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र जैसे बड़े बैंकों के अलावा नई पीढ़ी के स्माॅल फाइनेंस बैंक जैसे इक्विटास, जना और कैपिटल भी शामिल हैं।
सर्वत्र टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन वल्लभ भंसाली ने कहा, ‘‘यह हमारे विश्वास और हमारी कोशिशों का ही नतीजा है कि हमने देश के ग्रामीण लोगों और बैंकों को शहरवासियों के समान किफायती कीमतों पर डिजिटल सेवाएं प्रदान की हंै। इन अर्थों में सर्वत्र में हम अपने को कोविड-19 के योद्धाओं के समान ही समझते हैं, जो कि अपने मजबूत एकीकृत और इंटरआॅपरेबल प्लेटफाॅर्म केमाध्यम से अपने लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान कर रहे हैं । हमारा उद्देश्य समाज के सबसे निचले हिस्से में शीर्ष तकनीकों को पहुंचाना और दूरस्थ व्यक्ति के वित्तीय समावेश न में मदद करना है। ग्रामीण भारत में आज भी पर्याप्त बैंकिंग बुनियादी सुविधाओं की कमी है और साथ ही इनइला कों में एटीएम और पीओएस मशीनों की भी बेहद कमी है। सर्वत्र से पहले छोटे सहकारी बैंकों के लिए अपने स्वयं के विश्व-स्तरीय डेटासेंटर और भुगतान बुनियादी ढांचे को स्थापित करना मुश्किल था, क्योंकि इन सुविधाओं पर बहुत अधिक धनराशि खर्च करनी होती है । ऐसी सूरत में अपने पीएएस मॉडल के साथ, सर्वत्र नवीनतम भुगतान प्लेटफार्मों (डेबिटकार्ड, एटीएम, पीओएस, ई-कॉम, एईपीएस, बीबीपीएस, आईएमपीएस, यूपीआई, आदि) और डिजिटल भुगतान सेवाओं और ऐप्स की सुविधा प्रदान कर रहा है, जिन्हें तुरंत चालू करते हुए इनका उपयोग किया जा सकता है।